✍🏽 परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
सदर अस्पताल में इलाज के दौरान बंदी की हुई मौत
सिवान: नाबालिग लड़की से डांस कराने के आरोप में मंडल कारा में बंद आर्केस्ट्रा संचालक की इलाज के दौरान सदर अस्पताल में शुक्रवार की देर रात मौत हो गई। उसकी मौत के बाद स्वजनों ने सदर अस्पताल में हंगामा किया। हंगामा की सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्वजनों को शांत कराया और आगे की कार्रवाई में जुट गई। मृत बंदी की पहचान बसंतपुर थाना क्षेत्र के सिपाह गांव निवासी अब्दुल गफार के 48 वर्षीय पुत्र मो. अक्षय के रूप में हुई। घटना के संबंध में बताया जाता है कि बंदी मो. अक्षय शुक्रवार की सुबह स्नान करने के कुछ देर बाद तबीयत अचानक खराब हो गई। मंडल कार के डाक्टर द्वारा बंदी का प्राथमिक उपचार कर सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जहां पूरे दिन उसकी सदर अस्पताल में इलाज हुई।
इलाज के बाद जेल प्रशासन उसे शाम को मंडल कारा लेकर चली गई लेकिन मंडल कारा जाते ही उसकी पुन: तबीयत खराब हो गई। इसके बाद जेल प्रशासन ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान रात्रि 11 बजे के करीब उसकी मौत हो गई। वहीं स्वजनों ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन लोगों को तबीयत खराब होने की सूचना नहीं दी गई और उनका सही समय पर इलाज नहीं कराया गया है। इस कारण उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि बसंतपुर थाना क्षेत्र के सिपाह गांव में 22 नवंबर 2024 की सुबह पुलिस टीम द्वारा नाबालिग लड़कियों को जबरन प्रताड़ित कर आर्केस्ट्रा में डांस कराने के आरोप में अक्षय को गिरफ्तार किया गया था। तब से मो. अक्षय मंडल कारा में बंद था। बंदी का पोस्टमार्टम कराने को लेकर जेल प्रशासन द्वारा मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट बनाई गई। जेल प्रशासन ने शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए पीएमसीएच भेज दिया।