✍🏽परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
सिवान जिले के जिला पदाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में धान अधिप्राप्ति के उद्देश्य से जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में डीएम ने जिले के चावल उत्पादन में आत्मनिर्भरता पर संतोष व्यक्त किया और इसे किसानों की मेहनत का परिणाम बताया। सिवान जिले में चावल उत्पादन का लक्ष्य 2.5 लाख मेट्रिक टन रखा गया था, जिसे सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। बैठक के दौरान डीएम ने धान क्रय की धीमी प्रक्रिया पर नाराजगी जताई और इसे तेज करने के निर्देश दिए। जिला सहकारिता पदाधिकारी को अविलंब सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को पोर्टल पर निबंधित किसानों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया, ताकि कृषि समन्वय सलाहकार निबंधित किसानों तक पहुँच कर उन्हें धान बिक्री में सहायता प्रदान कर सकें। जिला कृषि पदाधिकारी ने बैठक में बताया कि सिवान जिले में 1,01,000 हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती की जाती है और प्रति हेक्टेयर औसतन 35 किलो धान का उत्पादन होता है। डीएम ने कहा कि सभी प्रखंडों में साप्ताहिक बैठकें आयोजित कर विभागीय अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित किया जाए, जिससे धान क्रय की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके। यह बैठक किसानों के लिए समर्थन और चावल उत्पादन में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रही।