✍🏽परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
सिवान: जिले में 21वीं पशुधन गणना की शुरुआत हो गई है, जिसमें इस बार जीपीएस बेस्ड मोबाइल एप का उपयोग किया जाएगा। इस एप के माध्यम से पशुओं और उनके मालिकों की विस्तृत जानकारी एकत्र की जाएगी। हालांकि, गिनती की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है, लेकिन अगले सप्ताह से घर-घर जाकर पशु गणना का काम शुरू किया जाएगा।
पशुपालकों के घर-घर जाकर, जीपीएस से जुड़े एप में उनके पशुओं की संख्या, प्रकार, नस्ल, और अन्य जानकारी दर्ज की जाएगी। इस गणना में गाय, भैंस, भेड़, बकरी सहित 16 प्रकार के पशुओं का विवरण लिया जाएगा। खास बात यह है कि इस बार हर प्रकार के पशुओं की अलग-अलग गिनती की जाएगी और नस्ल सुधार के लिए सरकार को नीति बनाने में मदद मिलेगी।
पशुधन गणना का काम इस बार पशुचिकित्सक अधिकारियों की निगरानी में किया जा रहा है, जबकि पहले यह गणना राजस्व विभाग द्वारा की जाती थी। गणना में पशु मालिकों के नाम, पशुओं की फोटो, संख्या, प्रकार और नस्ल की पूरी जानकारी शामिल होगी। इसके अलावा, पशुपालकों की अन्य डिटेल जैसे उनकी आय और सहायता संबंधी जानकारी भी एकत्र की जाएगी।
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. अहसानूल होदा ने बताया कि इस मोबाइल एप के माध्यम से एकत्रित आंकड़ों से यह पता चल सकेगा कि किस क्षेत्र में किस प्रकार के पशुओं की अधिकता है, और किस नस्ल के पशु ज्यादा पाले जाते हैं। इस डेटा का उपयोग भविष्य में पशुपालकों के लिए योजनाएं तैयार करने में सहूलियत प्रदान करेगा। गणना का कार्य 28 फरवरी तक समाप्त होगा, और इसके बाद डेटा ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा।