✍परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
शहर के वीएम हाइस्कूल सह इंटर कॉलेज में सामाजिक न्याय विभाग के तहत नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत मास्टर वॉलंटियरों का एकदिवसीय प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राज्य स्तरीय समन्वयक के प्रतिनिधि मनोज सिंह ने किया। उन्होंने बताया कि यह अभियान एक राष्ट्रीय पहल है, जिसका उद्देश्य समुदाय की भागीदारी से नशा मुक्त भारत और नशा मुक्त जिला बनाना है।
उन्होंने कहा कि जो लोग पहले से नशा कर रहे हैं, उन्हें परामर्श, पुनर्वास केंद्र और दवाइयों के माध्यम से सहायता प्रदान करनी होगी। साथ ही, नई पीढ़ी के विद्यार्थियों, बच्चों और युवाओं को जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से नशे के दुष्प्रभाव के बारे में शिक्षित करना होगा, ताकि उन्हें नशे के जाल में फंसने से रोका जा सके।
प्रशिक्षण सत्र में विशेषज्ञों ने नशे के दुष्परिणामों पर विस्तार से चर्चा की और बताया कि नशा व्यक्ति और समाज दोनों के लिए अभिशाप है। मास्टर वॉलंटियरों को उनकी नैतिक जिम्मेदारियों के बारे में बताते हुए, समाज और स्वयं को नशे से बचाने के प्रयासों के लिए प्रेरित किया गया।
सत्र के अंत में सभी मास्टर वॉलंटियरों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम में जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक मो. मिन्हाजुद्दीन, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग के सहायक निदेशक हिमांशु पांडेय, विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
