✍🏽परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
गुठनी थाना क्षेत्र के बरपलिया गांव में युवक चंदन कुशवाहा की हत्या के बाद क्षेत्रीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला। गुरुवार की सुबह जब चंदन का शव पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा, तो आक्रोशित ग्रामीणों ने गुठनी-दरौली मुख्य मार्ग को जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उनका आरोप था कि क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन पुलिस प्रशासन बदमाशों को गिरफ्तार करने और घटनाओं पर नियंत्रण करने में पूरी तरह से नाकाम रहा है।

ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस हत्या की घटना को सड़क दुर्घटना के रूप में पेश कर रही है, जो पूरी तरह से गलत है। ग्रामीणों ने स्थानीय थानाध्यक्ष को हटाने की भी मांग की। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष विकास कुमार सिंह, मैरवा एसडीपीओ अजीत प्रताप सिंह चौहान, विधायक सत्यदेव राम, मुखिया प्रतिनिधि उदय राम और कई अन्य जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और आक्रोशितों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे।

इस बीच, एसडीपीओ और वरीय उप समाहर्ता अमर ज्योति ने मृतक के स्वजन को 20 हजार रुपये का चेक प्रदान किया और हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद सड़क जाम हटाया गया। इस दौरान सड़क जाम की वजह से सुबह पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक लगभग सात घंटे तक लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इसी बीच, जब विधायक सत्यदेव राम जाम स्थल पर पहुंचे और स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किया, तो आक्रोशित ग्रामीणों ने उन्हें वहां से खदेड़ते हुए कहा कि “यहां राजनीति की कोई जगह नहीं है” और वे पुलिस के रवैये से बेहद नाराज थे।
