✍🏽परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
सिवान : हुसैनगंज थाना क्षेत्र के टेढ़ी घाट नहर के पास रविवार की रात एसटीएफ और स्थानीय पुलिस के संयुक्त अभियान में जिले के कुख्यात अपराधी सहित चार बदमाशों को पकड़ा गया। पुलिस की सूचना पर वहां पहुंचे इन अपराधियों में से एक ने भागने की कोशिश करते हुए पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। इस घटना में गोली लगने से कुख्यात बदमाश घायल हो गया। उसे सदर अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर देखकर उसे पटना रेफर कर दिया।

घायल बदमाश की पहचान हुसैनगंज थाना क्षेत्र के पकवलिया निवासी जितेंद्र कुमार यादव उर्फ जिम्मी के रूप में हुई है। इसके साथ ही पुलिस ने शेख मुन्ना, अनिल कुमार गुप्ता उर्फ अनिल साह, और दया शंकर साह को भी गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक, जितेंद्र उर्फ जिम्मी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के छोटपुर बाईपास में सिविल कोर्ट कर्मचारी गोल्डेन मांझी हत्याकांड में भी फरार था, और उस पर पहले से कई मामले दर्ज हैं।

एसपी अमितेश कुमार ने बताया कि 10 नवंबर की शाम पुलिस बल को सूचना मिली थी कि हुसैनगंज थाना क्षेत्र के टेढ़ी घाट नहर के समीप जीन बाबा स्थान के पास कुछ बदमाश आपराधिक घटना को अंजाम देने की नीयत से इकट्ठा हुए हैं। त्वरित कार्रवाई करते हुए हुसैनगंज पुलिस, एसओजी-7, और एसटीएफ की टीम मौके पर पहुंची और आरोपियों को पकड़ लिया। जांच के दौरान बदमाशों की तलाशी में जितेंद्र कुमार यादव के पास से 79 पुड़िया स्मैक, दो मोबाइल, शेख मुन्ना के पास से 12,500 नकद और एक मोबाइल, और दया शंकर के पास से एक मोबाइल व बाइक बरामद की गई।
पूछताछ के दौरान जितेंद्र यादव ने बताया कि शेख मुन्ना और अनिल साह के जरिए सलोनेपुर गांव के एक व्यक्ति की हत्या के लिए उसे एक लाख रुपये की सुपारी दी गई थी, जो भूमि विवाद के कारण उसे मारना चाहता था। जब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया, तो जितेंद्र ने पास की झाड़ी में एक पिस्टल छुपा दिया। पूछताछ के दौरान पिस्टल बरामदगी के लिए जब पुलिस उसे घटनास्थल पर लेकर पहुंची, तब उसने हथकड़ी का रस्सा झटककर भागने की कोशिश की और पिस्टल से पुलिस पर फायरिंग कर दी।
