✍🏽परवेज़ अख्तर/एडिटर इन चीफ
गुठनी (सिवान): दरौली प्रखंड के नेपुरा गांव में आयोजित सात दिवसीय सीताराम महायज्ञ के अवसर पर शनिवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। हाथी-घोड़े, बैंड-बाजे और भक्तिमय उद्घोषों के बीच यह यात्रा नेपुरा गांव से प्रारंभ होकर उकरेड़ा, उकरेड़ी, टड़वा चट्टी, केवटलिया होते हुए डुमरहर स्थित सरयू नदी तट तक पहुंची। वहां काशी से आए आचार्यों द्वारा गंगा पूजन किया गया और जल भरा गया, जिसके बाद कलश यात्रा नेपुरा स्थित यज्ञ मंडप की ओर रुख किया।
यात्रा के दौरान जय श्रीराम, जय हनुमान और हर-हर महादेव के उद्घोष से वातावरण भक्तिमय हो गया। इसके बाद आचार्यों ने कलश स्थापित कर महायज्ञ का शुभारंभ किया। महायज्ञ का आयोजन 2012 में महान तपस्वी ब्रह्मऋषि योगिराज मौनीजी महाराज द्वारा शुरू किया गया था और यह इस महायज्ञ का 13वां वर्ष है। हर वर्ष की तरह, महायज्ञ में उनके उत्तराधिकारी शिष्य महंत रघुनाथ दास महाराज का सानिध्य रहता है।
महायज्ञ के दौरान प्रतिदिन भंडारे का आयोजन किया जाएगा और दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था भी की गई है। वृंदावन से आई दामोदर दास जी की रासलीला मंडली द्वारा रामलीला और रासलीला का मंचन प्रतिदिन किया जाएगा।
इस मौके पर आचार्य पंडित नीरज शास्त्री, पं. दिनेश पांडेय, प्रसिद्ध भागवत कथावाचक पं. रविप्रकाश मिश्र और यजमान डा. गोपाल पांडेय, सुबेश पांडेय, आचार्य प्रियांशु द्विवेदी, पं. सर्वेश महाराज सहित कई श्रद्धालु उपस्थित थे।
