परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ
सिवान: बिहार की स्वर कोकिला, लोक गायिका और पद्मभूषण शारदा सिन्हा के निधन से जिले में शोक की लहर फैल गई है। विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया है और इसे देश व प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति बताया गया है।
आराध्या चित्रकला के कलाकारों ने उनकी पेंटिंग बनाकर शहर के शिवव्रत साह घाट पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि बिहार की संस्कृति की पहचान, जिनकी आवाज के बिना छठ पर्व और विवाह समारोह अधूरे होते थे, वह स्वर देवी शारदा सिन्हा अब हमारे बीच नहीं रही। छठी मइया ने उन्हें अपने पास बुला लिया है।
यह एक संयोग ही है कि छठ गीत की पर्याय बनी शारदा सिन्हा लोक आस्था और सूर्योपासना के महापर्व छठ व्रत के पहले ही दिन स्वर्ग सिधार गईं। वक्ताओं ने कहा कि उनका अचानक हमसे चले जाना बहुत पीड़ादायक है, लेकिन जब तक इस धरती पर छठ महापर्व होता रहेगा, शारदा सिन्हा की यादें जीवित रहेंगी। उनकी गायकी ने उन्हें अमर बना दिया है।
इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में चित्रकार रजनीश कुमार, राजकुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
