✍परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
भगवानपुर हाट प्रखंड के राजकीयकृत मध्य विद्यालय ब्रह्मस्थान में छात्र-छात्राओं ने छठ महापर्व पर एक नाट्य रूपांतरण प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने इस महापर्व की धार्मिक परंपराओं और लोक आस्थाओं को जीवंत किया। इस नाट्य प्रस्तुति में बच्चों ने छठ घाट जाने, कोसी भरने, अर्घ्य देने से लेकर पारण तक की संपूर्ण प्रक्रिया को प्रभावशाली ढंग से मंचित किया। लोक संस्कृति और छठ महापर्व की पवित्रता से भरी इस प्रस्तुति को देख ग्रामीण और विद्यालय परिवार भाव-विभोर हो गए।

पारंपरिक परिधानों में सजे बच्चों ने छठी मैया के गीत गाते हुए अपने सहज अभिनय से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शिक्षक श्रीकांत सिंह ने बताया कि इस प्रकार के नाट्य रूपांतरण का उद्देश्य बच्चों में धार्मिक सहिष्णुता, सामाजिक समर्पण और अपनी परंपराओं के प्रति आदर का भाव जागृत करना है। प्रधानाध्यापक विनय प्रताप सिंह ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से बच्चों में अपनी सांस्कृतिक धरोहर और त्योहारों के प्रति प्रेम और जागरूकता उत्पन्न करने का प्रयास किया गया है।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों ने इसे एक अनूठा अनुभव बताया, जिसमें उन्होंने अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को समझने का अवसर पाया। शिक्षक संजय कुमार, इम्तियाज अहमद, तनवीरुल होदा, बबीता कुमारी, सुल्ताना अब्बासी, पुष्पा कुमारी, संगीता कुमारी, राधिका देवी, समाजसेवी विनय शंकर सिन्हा और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने इस आयोजन में भाग लिया, और बच्चों की इस प्रस्तुति की सराहना की।
