समय सीवान

✍🏽 परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ

स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से कालाजार उन्मूलन की ओर बढ़ा प्रदेश

सीवान : सदर अस्पताल परिसर में बुधवार को आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीबीडीसीओ) डॉ. ओम प्रकाश लाल ने बताया कि कालाजार उन्मूलन के लिए किए जा रहे प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैंविगत तीन वर्षों में इस बीमारी के मामलों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 2030 तक कालाजार उन्मूलन का लक्ष्य रखा है, लेकिन भारत सरकार इसे और जल्द खत्म करने के लिए कृतसंकल्पित है

उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिन्थेटिक पायराथ्रॉयड (एसपी) छिड़काव को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। जिले के दरौली, आंदर और हसनपुरा प्रखंडों में यह छिड़काव नहीं किया जाएगा, जबकि अन्य 16 प्रखंडों के 4,65,098 की आबादी वाले 87,395 घरों में छिड़काव किया जाएगा। इस अभियान में ग्रामीण क्षेत्रों के 97 पंचायत और शहरी क्षेत्र के 4 वार्ड शामिल किए गए हैं

मरीजों की संख्या में आई भारी कमी
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2022 में 109, 2023 में 64 और 2024 के दिसंबर तक मात्र 48 कालाजार (वीएल और पीकेडीएल) मरीजों की पहचान हुई है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि सरकार के प्रयासों से कालाजार पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा रहा है

इस अवसर पर डीवीबीडीसी नीरज कुमार सिंह, वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी प्रीति आनंद, कुंदन कुमार, विकास कुमार, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, सहित वीबीडीएस, बीएचआई, बीएचडब्ल्यू, कालाजार कैंप प्रभारी और पिरामल स्वास्थ्य के अधिकारी उपस्थित रहे

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