✍परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
सिवान में जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में उर्वरक की कालाबाजारी और जमाखोरी पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। डीएम ने कहा कि छापेमारी अभियान तेज किया जाए और दोषियों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उर्वरक की जांच के दौरान नमूने लिए जाएं और उन्हें प्रयोगशाला में भेजा जाए, ताकि मिलावट की स्थिति में संबंधित विक्रेता पर सख्त कार्रवाई हो सके। उन्होंने दुकानों पर स्टॉक पंजी, वितरण पंजी और मूल्य तालिका बोर्ड की नियमित जांच सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया।
जिला कृषि पदाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि जिले में उर्वरक की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। इसमें यूरिया 12,932 मीट्रिक टन, डीएपी 3,613 मीट्रिक टन, एनपीके 3,438 मीट्रिक टन, एमओपी 790 मीट्रिक टन, और एसएसपी 690 मीट्रिक टन का भंडारण है।
डीएम ने किसानों को सुझाव दिया कि वे संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारी और कृषि समन्वयकों से संपर्क कर आवश्यक जानकारी और सहयोग प्राप्त करें। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि किसानों को उचित दर पर उनकी आवश्यकता के अनुरूप उर्वरक उपलब्ध कराया जाए।
साथ ही, जिले में उर्वरक के भंडारण, आपूर्ति और वितरण की सतत और प्रभावी निगरानी के निर्देश दिए गए। डीएम ने किसानों के हित में उर्वरक की गुणवत्ता और उपलब्धता सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई।
