समय सीवान

✍🏽परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ

सिवान : जिले में शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु सरयू नदी, छोटी गंडक नदी, दाहा नदी सहित विभिन्न नदियों में स्नान कर दान-पुण्य करेंगे। इस अवसर पर श्रद्धालुओं में अत्यधिक उत्साह देखा जा रहा है। जिले के दक्षिणांचल क्षेत्र से होकर गुजरने वाली सरयू नदी के घाटों पर प्रशासनिक तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। श्रद्धालु गुरुवार की शाम से ही घाटों पर पहुँचने लगे हैं। घाटों पर मिठाई, परचून, और खिलौने आदि की दुकानें सज चुकी हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु घाटों पर लाइट और खतरनाक घाटों पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की है। साथ ही विभिन्न घाटों पर गोताखोरों को भी तैनात किया गया है। गुठनी के ग्यासपुर, दरौली के पंचमंदिरा घाट, मलपुरवा घाट, आंदर के पतार, रघुनाथपुर के नरहन, राजपुर, आदमपुर, गभीरार, गंगपुर सिसवन आदि घाटों पर श्रद्धालु सरयू नदी में आस्था की डुबकी लगाकर पूजा-अर्चना और दान-पुण्य करेंगे।

दीपदान का महत्व:
आंदर के पड़ेजी निवासी पंडित उमाशंकर पांडेय ने बताया कि शास्त्रों में कार्तिक पूर्णिमा को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए नदी स्नान, पूजा, और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन स्नान और दीपदान करने से घर में खुशहाली और सुख-समृद्धि आती है और जीवन में कभी आर्थिक नुकसान नहीं झेलना पड़ता। दीपदान का भी इस दिन विशेष महत्व है, जो जीवन में समृद्धि का प्रतीक माना गया है।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम:
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा गया है। घाटों पर खतरनाक स्थलों पर स्नान पर प्रतिबंध लगाया गया है। दरौली, रघुनाथपुर के नरहन, गुठनी के ग्यासपुर और सिसवन के घाटों पर बैरिकेडिंग, लाइट व्यवस्था, नाव और गोताखोरों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही विभिन्न घाटों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की गई है। दरौली के सीओ ने बताया कि पचमंदिरा घाट और मलपुरवा घाट पर गोताखोर और आपदा मित्रों की व्यवस्था की गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि सुरक्षा के लिए पुलिस बल और प्राथमिक उपचार हेतु डॉक्टर, फार्मासिस्ट, गार्ड और एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।

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