समय सीवान

बेगूसराय। बरौनी जंक्शन पर शनिवार को इंजन और बोगी के बीच दबकर रेलवे कर्मचारी अमर कुमार राउत की दर्दनाक मौत हो गई। डीआरएम द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इस हादसे के पीछे एक गलत इशारा जिम्मेदार था, जो रेलकर्मी मोहम्मद सुलेमान द्वारा किया गया।

घटना के दिन अमर और सुलेमान को इंजन डिटैच करने की जिम्मेदारी दी गई थी। डीआरएम विवेक भूषण सूद द्वारा गठित पांच सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट में यह सामने आया है कि सुलेमान ने बफर मांगा और लोको पायलट राकेश रोशन को आगे बढ़ने का इशारा किया। इसके बाद, गलत तालमेल के चलते इंजन को बैक करने के संकेत दिए गए, जिससे अमर कुमार इंजन और पावर कार के बीच फंस गए और उनकी जान चली गई।

तालमेल की कमी और हादसे की जिम्मेदारी

जांच रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि घटना के दौरान अमर और सुलेमान के बीच समुचित तालमेल नहीं था। इससे लोको शंटर को गलत संकेत मिला, जो हादसे का कारण बना। रिपोर्ट के अनुसार, इस लापरवाही के लिए मोहम्मद सुलेमान को जिम्मेदार ठहराया गया है।

सुलेमान का बयान : ‘मेरे इशारे के बिना इंजन बैक किया गया’

जांच टीम ने सुलेमान सहित लोको पायलट राकेश रोशन और स्टेशन मास्टर नागमणि कुमार के बयान लिए हैं। सुलेमान ने बताया कि पावर कार डिटैच होने के बाद अमर सीबीसी बंद करने इंजन और बोगी के बीच गए थे। इसी दौरान बिना उनके इशारे के इंजन को बैक कर दिया गया, जिससे अमर बफर में दब गए।

लोको पायलट राकेश रोशन ने कहा कि उन्होंने सुलेमान के इशारे पर पावर कार को आगे बढ़ाया, जिसके तुरंत बाद सुलेमान ने बताया कि अमर दब गए हैं।

मृतक अमर की शादी की तैयारी में जुटे परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

अमर कुमार राउत दलसिंहसराय के रहने वाले थे और रेलवे में शंटिंग मैन के तौर पर कार्यरत थे। अमर के पिता भी रेलवे में कार्यरत थे, जिनकी मृत्यु के बाद अनुकंपा के आधार पर अमर को नौकरी मिली थी। 35 वर्षीय अमर की शादी 11 दिसंबर को होने वाली थी और परिवार में विवाह की तैयारियां जोर-शोर से चल रही थीं। उनके परिजनों ने बताया कि शादी के कार्ड भी छप चुके थे।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version