✍🏽 परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
गोपनीय जानकारी साझा करने में बरतें सतर्कता, अनजाने लिंक और ऑफ़र्स से रहें सावधान
सीवान: डिजिटल युग में स्मार्टफोन और इंटरनेट का उपयोग तेजी से बढ़ा है, जिससे लोग विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं से जुड़ रहे हैं। हालांकि, इसके साथ ही साइबर ठगी के मामले भी बढ़ रहे हैं, जहां ठग स्मार्टफोन को आसान हथियार बनाकर लोगों के बैंक खातों को निशाना बना रहे हैं।
हाल के दिनों में, साइबर अपराधी अनजान नंबरों से व्हाट्सएप पर संदेश भेजकर पार्ट-टाइम नौकरी के झूठे ऑफ़र देकर लोगों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। इन संदेशों के माध्यम से वे गोपनीय जानकारी हासिल कर खातों से धनराशि उड़ा लेते हैं।
साइबर थाना के डीएसपी शैलेश प्रीतम ने बताया कि साइबर अपराध से बचने के लिए गोपनीय जानकारी किसी से साझा न करें। ऑनलाइन जॉब ऑफ़र, क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी मांगने वाले कॉल्स से सतर्क रहें। यदि साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।
सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सुझाव:
- ओटीपी और एटीएम पिन साझा न करें: अपने मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी या एटीएम पिन किसी के साथ साझा न करें।
- फर्जी जॉब ऑफ़र्स से सावधान रहें: असत्यापित स्रोतों से प्राप्त नौकरी के ऑफ़र्स पर विश्वास न करें।
- संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: अज्ञात स्रोतों से प्राप्त लिंक पर क्लिक करने से बचें।
- सोशल मीडिया पर सतर्क रहें: अज्ञात लोगों से फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें और व्यक्तिगत जानकारी साझा करने में सावधानी बरतें।
- सुरक्षित पासवर्ड का उपयोग करें: मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करें, और उन्हें नियमित रूप से बदलें।
- दो-कारक प्रमाणीकरण (2FA) सक्षम करें: अपने ऑनलाइन खातों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए 2FA का उपयोग करें।
इन सावधानियों को अपनाकर साइबर ठगी से बचा जा सकता है और अपनी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।