अमीर-ए-शरिया समेत ईमारत-ए-शरिया के महत्वपूर्ण जिम्मेदार होंगे शामिल, सभी उलेमा और बुद्धिजीवियों से भाग लेने की अपील
सिवान : ईमारत-ए-शरिया, बिहार, ओडिशा और झारखंड का एक प्रख्यात धार्मिक, सामाजिक और कल्याणकारी संगठन, 28 नवंबर 2024 को सिवान में एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित कर रहा है। यह सम्मेलन समुदाय की संवैधानिक, सामाजिक और धार्मिक चुनौतियों का समाधान खोजने और समाज सुधार हेतु जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
मौलाना अहमद हुसैन कासमी मदनी ने बताया कि आज के दौर में मदरसों और मस्जिदों को निशाना बनाया जा रहा है, औकाफ संपत्तियों को कानूनी विवादों में फंसाया जा रहा है, और संवैधानिक अधिकारों पर हमले हो रहे हैं। इसके अलावा, मुस्लिम समाज में दहेज, नशाखोरी, सूद का लेन-देन, और अन्य सामाजिक बुराइयाँ तेजी से बढ़ रही हैं।
यह सम्मेलन तुलसी वाटिका, बबुनिया रोड, लाल कोठी के पास, सिवान में सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक आयोजित होगा। इसमें अमीर-ए-शरिया मौलाना सैयद अहमद वली फैसल रहमानी समेत ईमारत-ए-शरिया के वरिष्ठ अधिकारी और क्षेत्र के उलेमा, इमाम, बुद्धिजीवी तथा समुदाय के प्रमुख लोग शामिल होंगे।
ईमारत-ए-शरिया के प्रचारक पिछले एक महीने से सिवान, गोपालगंज और सारण के गांवों में जाकर लोगों को इस सम्मेलन में भाग लेने का निमंत्रण दे रहे हैं। यह कार्यक्रम संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने और समुदाय की समस्याओं का व्यावहारिक समाधान निकालने का प्रयास है।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सिवान और गोपालगंज के काजी-ए-शरिया मौलाना मुर्तजा कासमी, नायब काजी मुफ्ती अब्दुल बारी, मौलाना जहीर हसन शम्सी, मौलाना असदुल्लाह नीमवी, मौलाना खालिद अनवर कासमी, मौलाना जैनुल हक कासमी, और अन्य जिम्मेदार दिन-रात जुटे हुए हैं।
आयोजकों का मानना है कि यह सम्मेलन मुस्लिम समाज की सामुदायिक आवश्यकताओं को पूरा करने और सामाजिक सुधार के प्रयासों में एक मील का पत्थर साबित होगा। सभी उलेमा, बुद्धिजीवियों और समाज के जागरूक नागरिकों से इसमें भाग लेने की अपील की गई है।