✍🏽परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ
सिवान: जिले में पिछले कुछ महीनों में हुए आपराधिक घटनाओं में पुलिस की गिरफ्तारी अभियान बेहद कमजोर साबित हुआ है। हत्या, चोरी समेत कई गंभीर अपराधों के मामलों में आरोपितों की पहचान तो की गई है, लेकिन पुलिस इन्हें पकड़ने में सफल नहीं हो पाई है। पुलिस का कहना है कि इन मामलों में ठोस सुरागों की कमी के कारण उन्हें सफलता नहीं मिल पा रही है। सबसे बड़ी चुनौती हत्या के मामलों में सुलझाव है, जहां पुलिस फिलहाल अंधेरे में तीर चला रही है।
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सरसर गांव में तीन अप्रैल को हुई हत्या का मामला अब भी खुलासा नहीं हो सका है। मृतक रामानुज सिंह की हत्या बदमाशों ने धारदार हथियार से गला रेतकर की थी। इस हत्याकांड में आरोपित की पहचान पुलिस द्वारा कर ली गई है, लेकिन वह अभी तक फरार है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपित मृतक के घर के पास का ही है, फिर भी आठ माह बाद उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इस लापरवाही को लेकर स्थानीय लोग पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं।