समय सीवान

✍🏽परवेज़ अख़्तर/एडिटर इन चीफ

सिवान जिले में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 25 नवंबर से नाइट ब्लड सर्वे (एनबीएस) अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत जिले के सभी प्रखंडों के दो-दो गांवों और शहरी क्षेत्रों के दो चयनित स्थलों पर रात 8:30 से 12 बजे तक व्यक्तियों के रक्त के नमूने लिए जाएंगे, ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन-किन व्यक्तियों में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद हैं।

अभियान की सफलता के लिए सदर अस्पताल परिसर सभागार में सिविल सर्जन डा. श्रीनिवास प्रसाद की अध्यक्षता में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में नाइट ब्लड सर्वे की तैयारी पूरी कर ली गई है। प्रत्येक प्रखंड में एक रैंडम और एक सेंटिनल साइट पर इस सर्वे कार्य को संपन्न किया जाएगा।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. ओमप्रकाश लाल ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य फाइलेरिया के प्रसार को रोकना है। प्रशिक्षण में शामिल बीसीएम, सीएचओ, लैब टेक्नीशियन और एएनएम को यह जानकारी दी गई कि नाइट ब्लड सर्वे के दौरान सामान्य और स्वस्थ दिखने वाले व्यक्ति भी अपनी जांच करा सकते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की क्षेत्रीय समन्वयक डा. माधुरी शिवराजू ने बताया कि चिह्नित गांवों और शहरी क्षेत्रों के तीन स्थलों पर रात्रि 8:30 बजे से 12 बजे तक स्थानीय लोगों के रक्त के नमूने लिए जाएंगे। प्रत्येक प्रखंड में 600 लोगों के रक्त सैंपल लिए जाएंगे, जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। यदि माइक्रो फाइलेरिया संक्रमण की दर एक प्रतिशत से अधिक पाई जाती है, तो फरवरी 2025 में एमडीए यानी सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version